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Haryana Panchayat Polls: मतदाता सूची में जिंदा को बता दिया मृत, वोट डालने आये लोगों ने पूछा- जीते जी कैसे मार दिया

हरियाणा के फरीदाबाद के बल्लवगढ़ में इस दौरान मतदान केंद्र पर कई लोगों ने सूची में नाम शामिल न होने की शिकायत की। कई लोगों के नाम तो मृतकों की सूची में दर्ज है।

 
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हरियाणा के फरीदाबाद के बल्लवगढ़ में इस दौरान मतदान केंद्र पर कई लोगों ने सूची में नाम शामिल न होने की शिकायत की। कई लोगों के नाम तो मृतकों की सूची में दर्ज है।

मैं तो जिंदा हूं। आपके सामने हूं और यह मेरा मतदाता पहचान पत्र है, जबकि आप मुझे मरा दिखा रहे हो। कुछ इस तरह से 70 वर्षीय संता देवी मतदान केंद्र के अंदर अपना वोट डालने को लेकर बहस करती नजर आईं।

दरअसल, फरीजाबाद के बल्लवगढ़ स्थित गांव सागरपुर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के मतदान केंद्र नंबर 51 में संता देवी का नाम मतदाता सूची में मृतकों में दर्ज था। इस वजह से वो वोट नहीं दे पा रही थीं। सवा सात बजे से लाइन में लगी हुईं 70 वर्षीय महिला संता देवी मतदान केंद्र के अंदर जब वोट डालने के लिए प्रवेश करती हैं और वे अपनी पर्ची व मतदाता पहचान पत्र वोट डालने के लिए पीठासीन अधिकारी को देती हैं।

मृतकों की सूची में नाम, नहीं कर सके मतदान

तभी पीठासीन अधिकारी उनके मतदाता पहचान पत्र और पर्ची वापस लौटाते हुए कहते हैं कि आपका नाम मृतकों की सूची में हैं। आपका वोट नहीं पड़ेगा। संता बहस करती हुए कहती हैं मैं तो आपके सामने हूं। मुझे किसने मार दिया। खूब बहस होती है, पर संता वोट डाल नहीं पातीं और पुलिसकर्मी उसे बाहर जाने का संकेत करते हैं।

निराशा की मुद्रा में प्रशासन को कोसते हुए संता घर की ओर चल देती है। इसमें यह भी बात सामने आई कि मतदान केंद्र के बाहर प्रत्याशियों के समर्थकों द्वारा डाली गई मेज पर पड़ी सूची में संता का नाम था, पर अंदर की सूची में नाम कटा हुआ था।

एक नहीं, गड़बड़ी के कई मामले आए सामने
इसी तरह से सुबह पौने आठ बजे 60 वर्षीय नानक चंद मत डालने के लिए केंद्र के अंदर प्रवेश करते हैं, तो उनका नाम भी मृत सूची में शामिल हैं। उनको भी वोट डालने से पीठासीन अधिकारी मना कर देते हैं। 68 वर्षीय जगदीश चंद डागर ने शिकायत की कि उनका नाम भी मृतकों की सूची में डला हुआ है। कई बार फार्म भर कर ठीक कराने के लिए दिया, पर हर बार निराशा ही मिली और हर बार मतदान करने से वंचित रहता हूं।

ग्रामीणों ने बीएलओ शशि की बात मतदान केंद्र के पीठासीन अधिकारी से कराई। बीएलओ ने कहा उन्होंने इन मतदाताओं को मृत लिख कर नहीं भेजा, फिर नाम क्यों काटे गए। पीठासीन अधिकारी ने मत डलवाने से मना कर दिया।

अधिकारियों ने लोगों को ठहराया गैर जिम्मेदार
बल्लभगढ़ के निर्वाचन अधिकारी एवं एसडीएम त्रिलोक चंद ने बताया कि मतदाता सूचियों का ड्राफ्ट का इसलिए प्रकाशन किया गया था, ताकि जिनके नाम वोटर लिस्ट में नहीं है, वे अपने नाम दर्ज करवा लें। तब इन मतदाताओं ने ध्यान क्यों नहीं रखा। अब तो जो नाम सूची में है, उनके ही वोट डाले जाने हैं। इसमें कोई कुछ नहीं कर सकता।