Up Farmers Protest: किसानों ने गले में फंदा डाल किया प्रदर्शन,राष्ट्रपति को खून से लिखे पत्र में की इच्छा मृत्यु की मांग
 


यूपी में एक बार फिर किसान अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतर पड़ा है. बलदेव में किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. किसान अपनी मांगो को लेकर बीते छह दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.


 

 

 Up Farmers Protest: यूपी में एक बार फिर किसान अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतर पड़ा है. बलदेव में किसान अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. किसान अपनी मांगो को लेकर बीते छह दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. कुछ किसान भूख हड़ताल पर भी बैठे हैं. किसान आवारा गोवंश को पकड़ने समेत कई मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि उनकी मांगे नहीं मानी गई तो किसान आत्महत्या करने का मजबूर होना पड़ेगा, जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी. इस बावत प्रदर्शन कर रहे किसानों ने राष्ट्रपति को खून से लिखा पत्र भेजा है, और इच्छा मृत्यु की मांग की है.


किसान बलदेव में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. किसानों ने महापंचायत में मांगे पूरी न होने पर आत्महत्या करने का लिया है.उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के लिए लगातार नए नए प्रयास किए जा रहे हैं साथ ही किसान को किसी भी तरह की परेशानी ना हो इसको लेकर भी कई प्रयास लगातार किए जा रहे हैं. प्रशासन द्वारा किसानों की परेशानी का हल न निकलने को लेकर किसान बेहद चिंतित हैं और वह काफी परेशान हैं. जिसके चलते किसानों ने धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल करने का निर्णय लिया.


फांसी के फंदे से लटका कर किसानों का सांकेतिक विरोध प्रदर्शन
आपको बताते चलें कि भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक व किसानों द्वारा अपनी मांगों को पूरा करने के लिए धरना प्रदर्शन कई दिनों से किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने मांग की है कि आवारा गौवंश द्वारा उनकी खेती को बर्बाद किया जा रहा है.

आवारा गोवंश को जल्द से जल्द पकड़ा जाए, लेकिन इसके बावजूद भी पिछले 1 हफ्ते से किसान अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. लेकिन प्रशासन पर कोई भी असर नहीं हुआ है. साथ ही किसानों द्वारा सोमवार को एक्सप्रेस-वे को जाम करने का भी ऐलान किया गया था लेकिन प्रशासन की ओर से आश्वासन दिया गया था

कि वह ऐसा ना करें उनकी मांगे पूरी हो जाएंगी. किसानों का कहना है कि आश्वासन के बावजूद भी ऐसा नहीं हुआ जिसके चलते किसानों ने मंगलवार को बलदेव इलाके में फांसी के फंदे से लटका कर सांकेतिक विरोध प्रदर्शन भी किया था. किसानों ने प्रशासन को चेतावनी भी दी कि यदि 23 नवंबर तक समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह फांसी के फंदे से लटककर किसान आत्महत्या कर लेंगे.


प्रशासन ने आंवारा गोवंश पकड़ने की कार्रवाई शुरू की
वहीं किसानों ने राष्ट्रपति को भी खून से पत्र लिखा है, जिसमें किसानों ने इच्छा मृत्यु की मांग की है. वहीं एसडीएम महावन निकेत वर्मा ने खंड विकास अधिकारी प्रभात रंजन शर्मा ने किसानों की मांग को लेकर रविवार को बातचीत की थी. बलदेव खंड विकास अधिकारी प्रभात रंजन शर्मा ने बताया

कि पटलोनी, बरौली, कंजौली घाट आदि गांव से गोवंश को पकड़ना शुरू कर दिया गया है, जिससे किसानों को राहत मिलेगी.
वहीं इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए मंडल अध्यक्ष ने बताया कि पिछले 6 दिन से धरना प्रदर्शन चल रहा है. पांच लोग भूख हड़ताल पर भी बैठे हैं. उनका कहना है कि यदि हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो हम आत्महत्या करने पर मजबूर होंगे.