UPI से केवल इतना ही ट्रांजैक्शन कर पाएंगे, जल्द तय हो सकती है लिमिट
 

नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) थर्ड पार्टी द्वारा चलाई जाने वाली UPI पेमेंट सर्विस के लिए कुल ट्रांजैक्शन की लिमिट को 30 फीसदी तक तय करने के फैसले पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के साथ बातचीत कर रहा है. NPCI ने इस फैसले को लागू करने के लिए 31 दिसंबर की समय सीमा तय की है.
 
 

नई दिल्ली: नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) थर्ड पार्टी द्वारा लचलाई जाने वाली UPI पेमेंट्स के ट्रांजैक्शन लिमिट को तय करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के साथ बातचीत कर रही है. NPCI 31 दिसंबर तक UPI पेमेंट्स के ट्रांजैक्शन को लेकर लिमिट तय कर सकती है. 
NPCI इतनी तय कर सकती है UPI ट्रांजैक्शन की लिमिट 
बता दें

कि नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) थर्ड पार्टी द्वारा चलाई जाने वाली UPI पेमेंट सर्विस के लिए कुल ट्रांजैक्शन की लिमिट को 30 फीसदी तक तय करने के फैसले पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के साथ बातचीत कर रहा है. NPCI ने इस फैसले को लागू करने के लिए 31 दिसंबर की समय सीमा तय की है. इस समय लेनदेन की कोई सीमा नहीं है. ऐसे में दो कंपनियों गूगल पे और फोनपे की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर करीब 80 प्रतिशत हो गई है.


NPCI ने दिया था ये प्रस्ताव
दरअसल NPCI ने इसी महीने एकाधिकार के जोखिमों को ध्यान में रखते हुए थर्ड पार्टी के ऐप प्रोवाइडर्स के लिए 30 फीसदी लेनदेन की सीमा को तय करने का प्रस्ताव दिया था. इस मामले में सभी पहलुओं पर विचार करने के लिए एक बैठक बुलाई गई थी. फिलहाल NPCI की तरफ से सभी संभावनाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है और 31 दिसंबर की सीमा बढ़ाने पर फिलहाल कोई भी फैसला नहीं लिया गया है. 


अक्टूबर में इतने का रहा था UPI ट्रांजैक्शन
बता दें कि बीते महीने यानी अक्टूबर 2022 में हुए कुल UPI ट्रांजैक्शन की संख्या 7.7 प्रतिशत की बढ़त के साथ 730 करोड़ के स्तर पर पहुंच गई थी, जिसकी कुल वैल्यू 12.11 लाख करोड़ रुपये थी. जबकि सितंबर, 2022 में 678 करोड़ यूपीआई ट्रांजैक्शन हुए थे,

जिसकी कुल वैल्यू 11.16 करोड़ रुपये थी. वहीं दूसरी तरफ अक्टूबर, 2022 में IMPS ट्रांजैक्शन की कुल संख्या 48.25 करोड़ थी, जिसकी वैल्यू 4.66 लाख करोड़ रुपये थी.