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Bhavya Bishnoi Engagement: भाजपा विधायक भव्य बिश्नोई की इस महिला आईएएस के साथ हुई सगाई, सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरें

 
BHAVYA BISHNOI

Bhavya Bishnoi Engagement: हरियाणा के आदमपुर से बीजेपी विधायक और कुलदीप बिश्नोई के सुपुत्र भव्य बिश्नोई और परी बिश्नोई की सगाई होने की चर्चाएं सोशल मीडिया पर वायरल हैं।

दूसरी तरफ कुलदीप बिश्नोई की मीडिया टीम का संचालन करने वाले सोशल मीडिया के इस प्रचार से खुश नही है। मोहित ने बताया कि अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
विधानसभा के सबसे युवा विधायक भव्य बिश्नोई  भी अब जल्दी विवाह बंधन में बनने जा रहे हैं। भव्य बिश्नोई व मेहरीन पीरजादा की सगाई हुई थी लेकिन यह टूट चुकी है।

भव्य बिश्नोई की सगाई की चर्चाएं जैसे ही शुरू हुईं तो इंटरनेट मीडिया के जरिए बिश्नोई समाज में मौजूद भजनलाल परिवार के विरोधियों को मौका मिल गया और वह परिवार पर सीधा निशाना साधने लगे।

निशाने पर पूरा बिश्नोई परिवार आ गया था। लोग इंटरनेट मीडिया पर इस फैसले के खिलाफ अपनी बात रख रहे थे। यहां तक कि कुछ लोगों ने तो वीडियो जारी करते हुए परिवार को निशाने पर लिया।

पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई के पुत्र भव्य बिश्नोई हरियाणा के कभी युवा कांग्रेसी नेता  रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्‍होंने हिसार से बतौर कांग्रेस उम्मीदवार चुनाव लड़ा था।

वे जनहित छात्र संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। वे ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से स्नातक हैं और उन्होंने हरियाणा में विभिन्न नागरिक और सामाजिक संगठनों में काम किया है।

उनके दादा भजन लाल द्वारा तीन कार्यकालों के लिए हिसार निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया गया था। 2011 में उनकी मृत्यु के बाद, उनके बेटे कुलदीप बिश्नोई ने हिसार लोकसभा सीट जीती। 2014 में सीट को हासिल करने में विफल रहे।

भव्य बिश्नोई हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के पौत्र और कुलदीप बिश्नोई के बेटे हैं।

भव्य ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस लंदन से बैचलर ऑफ साइंस इन गवर्नमेंट एंड इकोनॉमिक्स, हावर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ साइंस इन कंटेम्परेरी इंडिया की पढ़ाई की है।

भव्य बिश्नोई ने 2019 में कांग्रेस की टिकट पर हिसार लोकसभा चुनाव लड़ा था, जिसमें वो तीसरे स्थान पर रहे थे।

कौन है परी बिश्नोई?

आईएएस परी बिश्नोई राजस्थान के बीकानेर जिले से हैं। शुरुआत से ही वो अपनी मां से आत्मनिर्भर बनने की सीख लेती रहीं और हमेशा कुछ बड़ा हासिल करने का मकसद रखा।

परी के पिता एक वकील और मां पुलिस अधिकारी हैं। इतना ही नहीं उनके दादा जी भी काकरा गांव के सरपंच के पद को संभाल चुके हैं। 

आईएएस परी बिश्नोई ने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट मैरी कॉन्वेंट स्कूल से ली। उच्चतर पढ़ाई के लिए वो दिल्ली आईं और दिल्ली विश्वविद्यालय के  इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज में एडमिशन लिया।

पढ़ाई में उनकी शुरू से ही दिलचस्पी रही जिस वजह से उन्होंने पोस्ट ग्रेजुएशन भी कंपलीट किया। 

आईएएस परी बिश्नोई यूपीएससी से पहले नेट-जेआरएफ की परीक्षा को भी क्लियर कर ली थी। 

उनके पास मौका था कि प्रोफेसर की नौकरी कर बच्चों को पढ़ाएं लेकिन उन्होंने और मेहनत की। इसी का परिणाम है कि उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 30 रैंक हासिल की।  

रिपोर्ट के मुताबिक परी बिश्नोई ने यूपीएससी को क्लियर करने के लिए सोशल मीडिया से दूरी बना ली थी।

उन्होंने फोन का इस्तेमाल बंद कर दिन-रात की मेहनत के बाद इस मुकाम को हासिल किया है।