हरियाणा के HSDM रिश्वत कांड में IAS दहिया की अग्रिम जमानत पर सुनवाई आज, FIR दर्ज होने के बाद अंडरग्राउंड है अफसर

हरियाणा कौशल विकास मिशन (HSDM) रिश्वत कांड मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) की FIR में राज्य के वरिष्ठ IAS विजय दहिया का नाम आने के बाद वह अंडरग्राउंड हैं।
अब उन्होंने पंचकूला जिला सत्र कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दाखिल की है। जिस पर कोर्ट आज सुनवाई करेगा
ACB में केस दर्ज होने के बाद भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे IAS विजय दहिया पर भिवानी में भी आयुष्मान भारत योजना का गलत दस्तावेजों के सहारे एक निजी अस्पताल को लाभ पहुंचाने का मामला सामने आया है।
इस मामले में स्वयंसेवी संगठन ने स्वास्थ्य विभाग की प्रधान सचिव जी अनुपमा और आयुष्मान भारत योजना के CEO डीके बेहरा को शिकायत भेजकर भ्रष्टाचार मामले की जांच की मांग की है।
आपको बता दें कि करनाल के करने रहने वाले रिंकू मनचंदा ने ACB की करनाल यूनिट को शिकायत की थी। जिसमें उसने बताया कि वह स्किल डेवलपमेंट सेंटर चलाता है। उसका 49 लाख का बिल बकाया था।
जब वह बिल मांगने के लिए वह मिशन में तैनात कर्मचारी के पास आए तो उसने कहा कि वह दिल्ली की रहने वाली पूनम चोपड़ा से बात करे। वह उसका बिल पास करा देगी।
रिंकू ने पूनम से कॉन्टैक्ट किया तो उसने काम के बदले में 5 लाख की रिश्वत मांगी।इसके बाद ACB ने पंचकूला में पूनम को पकड़ने के लिए ट्रैप लगाया।
जहां रिंकू रिश्वत के तौर पर मांगे 3 लाख रुपए लेकर आया। जब पूनम चोपड़ा ने उससे मिशन मुख्यालय परिसर में पैसे लिए तो ACB ने पूनम को रंगे हाथ पकड़ लिया।
इस मामले में ACB ने पूनम को पकड़कर पूछताछ की। तब पता चला कि पूनम चोपड़ा के लिंक कौशल विकास मिशन के चीफ IAS विजय दहिया के साथ हैं।
ACB ने FIR में पूनम चोपड़ा के साथ विजय दहिया को भी नामजद कर लिया। इसका पता चलते ही दहिया अंडरग्राउंड हो गए।
उन्हें गृह मंत्री अनिल विज के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना था लेकिन केस दर्ज होने के बाद वह भी रद्द हो गया।
इसके बाद रिंकू मनचंदा ने ADGP आलोक मित्तल से मुलाकात की। जहां उसने बताया कि स्किल डेवलपमेंट में बिल पास कराने के लिए 10 प्रतिशत कमीशन लिया जाता है।
हरियाणा कौशल विकास मिशन में 6 महीने के भीतर 20 से 30 करोड़ रुपए के बिल पास हुए हैं, जबकि 30 से 40 करोड़ रुपए के बिल अभी लंबित चल रहे हैं।
इन बिलों को पास कराने के लिए भी मिशन में दलाल सक्रिय हैं। हालांकि रिश्वत कांड के खुलासे के बाद मिशन मुख्यालय में सन्नाटा पसरा हुआ है।
शिकायतकर्ता रिंकू ने एडीजीपी आलोक मित्तल को यह भी बताया कि जब उसकी पूनम चोपड़ा से मुलाकात हुई तो उसने खुद को हरियाणा के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी का रिश्तेदार बताया।
साथ ही ये दावा भी किया कि हरियाणा में कोई भी काम हो तो वह उसे करा देगी। उसकी ब्यूरोक्रेसी में अच्छी पकड़ है। महिला ने रिंकू को आईएएस के बीच बड़ा नेटवर्क होने की वजह भी बताई।
रिंकू ने बताया कि पूनम दिल्ली के एक बड़े स्कूल में वाइस प्रिंसिपल थी, इस दौरान उसके ब्यूरोक्रेसी में अच्छे संबंध बने।
सूत्रों के मुताबिक ACB को उसके मोबाइल से कई IAS के नंबर भी मिले हैं। हालांकि उसने यह नंबर क्यों रखे और इस रिश्वतकांड से उनका कोई लेना-देना है या नहीं, इसको लेकर जांच जारी है।