आचार्य चाणक्य के अनुसार, पत्नी का यह कर्तव्य है कि वह अपने पति के सभी मामलों का ध्यान रखे और उनके दुखी होने पर उनके मन को शांत करने की कोशिश करे।
जब भी पति किसी बात को लेकर परेशान होता है तो पत्नी का कर्तव्य होता है कि वह उसे शांति दे। ऐसा न करने से रिश्ता खराब हो जाता है।
चाणक्य नीति में कहा गया है कि पत्नी का कर्तव्य है कि वह अपने पति की प्रेम इच्छा को पूरा करे और उसे हमेशा अपने प्यार से संतुष्ट करना चाहिए।
हालांकि, पति का भी कर्तव्य होता है कि पत्नी की इच्छाओं को पूरा करे। ऐसा न करने पर झगड़े और रिश्ते खराब होने लगते हैं।